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Continueआपके अपने किसी अजीज को अगर कुछ गुन्डे बीच सड़क पर गोली मार दे तो आप क्या करेंगे?
डर कर चुप रहेंगे या उनसे लड़ेंगे?
क्या आप कानून का सहारा लेंगे? पुलिस के पास जायेंगे? या फिर अपना बदला खुद लेंगे... अपनी बंदूक से, अपनी ताकत से?
क्या करे आज का गरीब और आम आदमी? क्या असूलों की खातिर गरीबी का कफ़न पहन कर इस दुनिया से ही चला जाये या फिर चाकू छुरी हाथ में लेकर दौलत कमाने लग जाये?
"परिन्दा" कहानी है आज की... आज के हालात की, आज की दुनिया की?
"परिन्दा" कहानी है ज़ुलम और हिंसा से भरी दुनिया में अमन की तलाश की। "परिन्दा" अमन की परवाज़ है।
(From the official press booklet)