खूनी शैतान का डर दहशत बन कर लोगों के दिल और दिमाग पर छाया हुआ था। माँ बच्चे को पाठशाला पढ़ने बाद में भेजती थी, पहले उसे खूनी शैतान की कहानी याद कराती थी ताकि बच्चा कभी भूल कर भी उस इलाके से गुज़रने की हिम्मत ना करें। यहाँ खुनी शैतान मौत सन्नटा बनकर भटके हुए लोगों का खून पीता था।
मगर एक दिन कानून से भागे हुए कुछ मुज़रिमों ने उस हवेली में पनाह ली, जो हवेली खूनी शैतान के इलाके में थी। यह मुज़रीम खुद भी खुनी थे - कातिल थे। लाशें गिराना और खून बहाना इनकी आदत थी। मगर खूनी शैतान एक-एक करके उनकी भी लाशें गिराने लगा।
मगर कहानी का अंजाम देखकर आप चौंक पड़ेंगे क्योंकि खूनी शैतान तो सिर्फ कहानी का एक हिस्सा था। हकीकत में खूनी शैतान तो कोई और ही था।
कौन था खूनी शैतान?
वह लाशे क्यों गिरा रहा था?
यह सब जानने के लिए देखीये पाली फिल्म की खुन से लिखी हुए फिल्म - खूनी शैतान।
[From the official press booklet]